नर्मदा नदी को जीवित नदी की दर्जा क्यों दी गई है?
नर्मदा नदी मध्य प्रदेश राज्य की जीवन रेखा मानी जाती है क्योंकि इस नदी के द्वारा पेयजल सिंचाई बिजली के लिए पूरा प्रदेश निर्भर है.
दिन-ब-दिन नदियों के जल स्तर पर कमी देखने को मिल रहा है ऐसी स्थिति में बहुत चिंतनीय है और
इसी समस्या को देखते हुए प्रदेश की सरकार ने पर्यावरण संरक्षण हेतु हर संभव कदम उठा रहा है साथ ही साथ यह समझने वाली बात है कि
सरकार के अलावा आम जनता को भी इसमें सहभागिता निभानी होगी
इसके लिए नर्मदा नदी को स्वच्छ बनाए रखना बहुत आवश्यक है और रेत खनन को रोकना होगा नर्मदा नदी के आसपास पेड़ पौधे लगाना होगा क्योंकि यह प्रदेश के नागरिकों को जल प्रदाय करती है.
सिंचाई के लिए, पीने के लिए, बिजली के लिए इस तरह यह हमारे जीवन के लिए अहम हिस्सा बन गया है तो हमें भी नदी के बारे में सोचना होगा और इसे नुकसान होने से बचाना होगा ताकि आम जनता को पानी मिलता रहे.
इसलिए मध्य प्रदेश सरकार ने नर्मदा नदी को जीवित नदी का दर्जा दिया है.