इस पोस्ट में हम मध्य प्रदेश में पशु धन (Madhya Pradesh Me Pashudhan) के बारे में जानकारी लेकर आए हैं आप सभी को पता है कि मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था मैं महत्वपूर्ण योगदान पशुधन और पशुपालन का भी है ।
गौवंश
20 वी पशु गणना के अनुसार मध्यप्रदेश में इनकी संख्या 18.7 मिलियन है
मध्यप्रदेश में सर्वाधिक गोवंश रीवा जिले में पाए जाते हैं
भारत का पहला गौ अभयारण्य मध्य प्रदेश के सालरिया ग्राम आगर मालवा में स्थापित किया गया है
हाल ही में मध्यप्रदेश के खरगोन जिले में गौ एंबुलेंस सेवा शुरू की गई है
मध्यप्रदेश की प्रमुख गाय नस्लें- मालवी ,निमाड़ी, थारपरकर ,दहाड़पार आदि है
निमाड़ी गाय को निमाड़ की रानी और मालवी गाय को मालवा की रानी कहा जाता है।
भैंस
मध्यप्रदेश में भैंसों की संख्या लगभग 10.3 मिलियन है और मध्यप्रदेश में सर्वाधिक भैंस मुरैना जिले में पाया जाता है
मध्यप्रदेश की प्रमुख भैंस नस्लें बंदवारि, मुर्रा भैंस भदावरी और महसणा
बकरी
मध्यप्रदेश में बकरियों की संख्या 11.06 मिलियन है
मध्यप्रदेश में सर्वाधिक बकरियां धार जिले में पाई जाती हैं
मध्य प्रदेश में बकरियों की प्रमुख नस्लें- जमुनापरी, सिरोही, बलूची, बीतल, बारबरी है
और सर्वाधिक दूध देने वाली बकरी जमुनापरी है
बलूची मांस के लिए बकरी की सर्वश्रेष्ठ प्रजाति है।
मुर्गी
मध्यप्रदेश में सर्वाधिक मुर्गी पालन पश्चिमी मध्य प्रदेश में होता है
मध्यप्रदेश में पाई जाने वाली मुर्गियों की देसी नस्लें -श्यामा, कड़कनाथ ,निर्भीक ,असील है
मध्यप्रदेश में पाई जाने वाली मुर्गियों की विदेशी नस्लें- लैग हॉर्न, आइलैंड
मध्य प्रदेश का गौरव कड़कनाथ मुर्गे को कहा जाता है
रानीखेत मुर्गियों में होने वाला प्रमुख रोग है
असील मुर्गी की सर्वाधिक मांस वाली प्रजाति है
लेग हॉर्न सर्वाधिक अंडा देने वाली मुर्गी की प्रजाति है।
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मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले को 2018 में कड़कनाथ मुर्गे के लिए ज्योग्राफिकल इंडिकेशन पंजीयन प्रदान किया गया है यह पंजीयन 2022 तक वैध रहेगा कड़कनाथ मुर्गा प्रजाति मध्यप्रदेश में व स्वर्णनाथ मुर्गा की प्रजाति कर्नाटक में पाई जाती है
भेड़
मध्यप्रदेश में सर्वाधिक भेड़ों की संख्या शिवपुरी जिले में पाई जाती है
भेड़ से उन दूध व मांस प्राप्त किया जाता है
डोली व नूरी एक भेड़ का विकसित क्लोन है
लोही भेड़ की सर्वाधिक दूध देने वाली नस्ल है
मेरीनो भेड़ की प्रमुख विदेशी नस्ल है जिससे सर्वाधिक ऊन प्राप्त किया जाता है
मध्यप्रदेश में शिवपुरी मंदसौर, टीकमगढ़ आदि स्थानों पर भेड़ प्रजनन केंद्र स्थापित किए गए हैं।
मछली
मध्यप्रदेश में सर्वाधिक मछली उत्पादन जिला जबलपुर है।
मध्यप्रदेश में पाई जाने वाली प्रमुख प्रजातियां कॉमन कार्प, सिल्वर कार्प, ग्रास कार्प, रोहू ,महाशीर, टुना, मृगल कतला आदि प्रमुख है
महाशीर मध्यप्रदेश की राजकीय मछली है
मध्यप्रदेश में पशुधन के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य | Madhya Pradesh Me Pashudhan
⇒ मध्यप्रदेश में पशुधन का प्रयोग कृषि कार्यों के लिए प्राचीन समय से ही किया जा रहा है
⇒ इसके अलावा दूध मिलता है मास तथा कई उत्पाद निर्माण के लिए पशुधन का उपयोग किया जाता है ।
⇒ मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा पशुधन में बकरियों की है ।
⇒ मध्यप्रदेश में पशुधन शिक्षा के लिए जबलपुर एवं इंदौर के महू में महाविद्यालय की स्थापना की गई है
⇒ मध्यप्रदेश में पशुधन में सबसे महत्वपूर्ण पशु गाय को माना जाता है ।
⇒ मध्यप्रदेश में गायों की सुरक्षा के लिए गोवंश आयोग बनाया गया है
⇒ गोवंश के अंतर्गत सांड, बैल व बछड़ा आदि भी सम्मिलित हैं
⇒ पशु घनत्व के आधार पर प्रदेश के रीवा एवं टीकमगढ़ का प्रथम स्थान है तथा सतना वा राजगढ़ का इस दृष्टि से प्रदेश में दूसरा स्थान है
⇒ जबलपुर में एक सांड प्रजनन प्रक्षेत्र कार्यरत है
⇒ प्रदेश में देसी पक्षियों का अंडा उत्पादन क्षमता में सुधार हेतु 10 कुक्कुट पालन प्रक्षेत्र कार्यरत हैं ।
⇒ मध्यप्रदेश राज्य पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम की स्थापना 19 नवंबर 1982 में की गई
⇒ मध्य प्रदेश पशु चिकित्सा विज्ञान और पशुपालन कॉलेज की स्थापना 8 जुलाई 1948 कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के अंतर्गत की गई थी जिसे पशु चिकित्सा विज्ञान नानाजी देशमुख विश्वविद्यालय अधिनियम 2009 के द्वारा 3 नवंबर 2009 को प्रथम विश्वविद्यालय के रूप में जबलपुर में स्थापित किया गया है
⇒ एकीकृत डेरी विकास परियोजना वर्ष 1997 में प्रारंभ की गई (दूध का उत्पादन बढ़ाने के लिए)
⇒ प्रदेश में 8 पशु प्रजनन प्रक्षेत्र हैं
⇒ मध्यप्रदेश में अमूल पद्धति पर डेयरी विकास के लिए वर्तमान में ऑपरेशन फ्लड-3 परियोजना चलाई जा रही है
⇒ मध्यप्रदेश में नंदी शाला योजना 26 अक्टूबर 2005 से शुरू की गई
⇒ मध्य प्रदेश के शहडोल, मंडला, सीधी, बालाघाट एवं छिंदवाड़ा जिलों में एकीकृत आदिवासी डेयरी विकास परियोजना चलाई जा रही है
⇒ मध्यप्रदेश में पशुधन विकास से संबंधित “गौ सेवक” योजना चलाया जा रहा है ।
⇒ ऑपरेशन फ्लड (दुग्ध क्रांति) भारत में 1970 में प्रारंभ हुआ जिसका उद्देश्य दुग्ध उत्पादन में वृद्धि करना है ।
⇒ दुग्ध क्रांति का जनक डॉ वर्गीज कुरियन को कहा जाता है तथा तथा उन्हें फादर ऑफ द वाइट रेवोलुशन के नाम से भी जाना जाता है
⇒ मध्यप्रदेश में सहकारी डेयरी विकास कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसका उद्देश्य दुग्ध उत्पादन बढ़ाना
⇒ वर्ष 1975 में इंटरनेशनल डेवलपमेंट एजेंसी से प्राप्त वित्तपोषण से मध्य प्रदेश स्टेट डेयरी डेवलपमेंट कारपोरेशन का गठन किया गया
मध्यप्रदेश में पशुधन | Madhya Pradesh Me Pashudhan
⇒ वर्ष 1980-81 प्रदेश में ऑपरेशन फ्लड -।। कार्यक्रम प्रारंभ किया गया जिसके तहत चार दुग्ध संघ ग्वालियर जबलपुर एवं सागर की स्थापना की गई
⇒ मध्य प्रदेश दुग्ध महासंघ सहकारी मर्यादित संघ को वर्तमान में एमपी स्टेट कोऑपरेटिव डेहरी फेडरेशन लिमिटेड में परिवर्तित कर दिया गया है
⇒ वर्तमान में से 5 क्षेत्रों क्रमसे- भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर और उज्जैन में बांटा गया है
⇒ मालवा की रानी कही जाने वाली मालवी गाय मालवा क्षेत्र के शाजापुर राजगढ़ मंदसौर जिले में पाई जाती है
⇒ वर्ष 1919-20 से देश में पशुधन की गणना की शुरुआत की गई.
⇒ पशु धन की गणना देश में 5 वर्ष में एक बार की जाती है
⇒ पशुधन के अंतर्गत सभी पालतू जानवरों की गणना को शामिल किया गया है
⇒ मध्यप्रदेश में बकरी प्रजनन एवं शोध केंद्र इंदौर में स्थित है
⇒ मध्यप्रदेश में कृत्रिम गर्भाधान प्रशिक्षण संस्थान रतौना (सागर) में स्थित है
⇒ मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय कामधेनु ब्रीडिंग सेंटर कीरतपुर इटारसी (होशंगाबाद) में स्थित है
⇒ एनिमल सरोगेसी लैब मध्यप्रदेश के भोपाल में स्थित है
⇒ हाई सिक्योरिटी एनिमल लैबोरेट्री मध्यप्रदेश के भोपाल में स्थित है
⇒ मध्य प्रदेश के ग्वालियर इंदौर जबलपुर सागर में वीर्य संयंत्र स्थित है जबकि दतिया जिले में राज्य पशु वीर्य संस्थान प्रस्तावित है
⇒ मध्यप्रदेश राज्य पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम (1982) मध्यप्रदेश के भोपाल में स्थित है ।
⇒ केंद्रीय वीर्य संग्रहालय (1964-65) मध्य प्रदेश के भदभदा (भोपाल) में स्थित है
⇒ मध्य प्रदेश में 19 अक्टूबर 2004 को गोपालन एवं संवर्धन बोर्ड का गठन किया गया
⇒ राज्य पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम की स्थापना वर्ष 1998 में की गई
FAQs-
मध्य प्रदेश का गौरव किस मुर्गे को कहा जाता है
मध्य प्रदेश का गौरव कड़कनाथ मुर्गे को कहा जाता है
गौ कैबिनेट का गठन किस राज्य द्वारा किया गया है?
गौ कैबिनेट का गठन मध्यप्रदेश राज्य द्वारा किया गया है जो कि मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है और इसके अध्यक्ष मुख्यमंत्री होंगे एवं गृहमंत्री वन मंत्री कृषि मंत्री पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री और पशुपालन मंत्री गौ कैबिनेट के सदस्य होंगे
रानीखेत क्या है
रानीखेत मुर्गियों में होने वाली प्रमुख रोग है
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